मेरठ से करनाल तक अब दौड़ेगी रैपिड रेल


रैपिड रेल से अब मेरठ से दिल्ली के साथ ही मेरठ से करनाल का सफर भी आसान हो जाएगा। करीब 100 मिनट में मेरठ के लोग फर्राटा भरते हुए दिल्ली होते करनाल तक सफर कर सकेंगे। हालांकि इसके लिए आठ साल का इंतजार करना पड़ेगा।


एनसीआरटीसी की ओर से दिल्ली से मेरठ का काम तो तेजी से किया जा रहा है ताकि 2024 में इस कॉरिडोर को चालू किया जा सके। अब हरियाणा सरकार ने करनाल तक सराय काले खां-दिल्ली पानीपत कॉरिडोर क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) यानी रैपिड रेल का विस्तार करने का फैसला किया है। इस निर्णय से मेरठ से करनाल तक का सफर रैपिड रेल से आसान हो जाएगा। करनाल सहित पूरे एनसीआर में आवागमन बेहतर हो जाएगा।


इस कॉरिडोर में हरियाणा की हिस्सेदारी लगभग पांच हजार करोड़ है जो कुल लागत का 16 प्रतिशत है।हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में चंडीगढ़ में हुई एक बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में संबंधित अधिकारियों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि एनसीआर-2032 के लिए परिवहन पर कार्यात्मक योजना के तहत, आरआरटीएस के आठ कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा। पहले चरण में, दिल्ली-मेरठ, दिल्ली-पानीपत और दिल्ली-एसएनबी यानी एनसीआर में रैपिड रेल का काम होना ह। हरियाणा के मुख्यमंत्री की इस पहल से मेरठ से करनाल का सफर करीब 100 मिनट में तय होगा। मेरठ से दिल्ली 50 मिनट और दिल्ली से करनाल का सफर भी अगले 50 मिनट में हो जाएगा।


दिल्ली-पानीपत कॉरिडोर का 103 किलोमीटर लंबा होगा, जिसमें 17 आरआरटीएस स्टेशन (सराय काले खां सहित) होंगे। सराय काले खां दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर का भी महत्वपूर्ण स्टेशन के साथ ही जंक्शन होगा।