पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने नैशनल स्टेडियम में एयर क्वॉलिटी मॉनिटरिंग सेंटर का दौरा किया
नई दिल्ली । पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को नैशनल स्टेडियम में वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के सहयोग से बनाए गए एयर क्वॉलिटी मॉनिटरिंग सेंटर का दौरा किया। यहां लगीं मशीनें एक निश्चित समय में बता सकती हैं कि किन कारणों से हवा में पीएम 10, पीएम 2.5 और पीएम 1 की मात्रा बढ़ या घट रही है। राय ने बताया कि इस सेंटर से अगले महीने आने वाली स्टडी रिपोर्ट के आधार पर सरकार लोगों को जागरूक करके और एक्शन प्लान बनाकर प्रदूषण को कम करने पर प्रभावी कदम उठाएगी।
मार्च में सरकार को इस सेंटर की स्टडी रिपोर्ट मिल जाएगी। इसके बाद प्रदूषण कम करने के लिए डिटेल एक्शन प्लान पर काम शुरू होगा। गोपाल राय ने बताया कि एयर क्वॉलिटी की मॉनिटरिंग के लिए अलग-अलग जगहों पर लगाई गईं मशीनें यह बताने में नाकाम रही हैं कि एक खास समय में वायु प्रदूषण बढ़ने की क्या वजहें हैं। इसी को देखते हुए दिल्ली सरकार ने वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के साथ समझौता किया। वैज्ञानिक यहां एक साल से स्टडी कर रहे हैं।
यहां लगीं मशीनें रियल टाइम डेटा जेनरेट कर रही हैं। यह मशीनें प्रति मिनट यह बताने में सक्षम हैं कि पीएम 10 और पीएम 2.5 कितना है और इसके बढ़ने की वजह क्या है/ इसका स्रोत क्या है/ पराली जलने से कितना प्रदूषण बढ़ा है/ धूल से कितना प्रदूषण हुआ है/ कचरे से कितना प्रदूषण है/ कूड़ा जलाने की वजह से कितना प्रदूषण हुआ है/ इन सबको ध्यान में रखते हुए ही स्टडी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। राय ने बताया कि देश में वायु प्रदूषण को लेकर मुख्य रूप से तीन स्टडीज आई हैं। पहली स्टडीज 2010 में नागपुर की आई थी। दूसरी स्टडीज 2016 में आईआईटी कानपुर की और तीसरी 2018 में टेरी (TERI) की आई है।